Wings of Destiny Part 22

कल्पना को उसके के शब्द परेशान कर जाते हैं बहुत इतने कि वो वही मार दे उस तीसरे संदिप आदमी को लेकिन इस भी उमरान उसे रोक लेते हैं व कैसे ना कैसे वहां से घर पहुंचती है घर आकर वह रवि से कुछ दिन की छुट्टी के लिए कहती है जब उसको अभीपरेशान देखता है तो उसकी परेशानी का सबब उससे पूछता है और वह जनाब के लिए थोड़ा सा केयरफुल हो जाने के लिए कहती है वो अपनी वही बात अभी से शेयर करती है अ भी हैरान होता है और परेशान भी क्या यह उसी गैंग के आदमी है इनके शब्द और इनकी परेशानी यही होती है और यह दोनों डिसाइड करते हैं कि यह अपनों को थोड़ा सेफ रखेंगे कल्पना बहुत सोच विचार कर लेने के बाद यह डिसाइड करती है कि वह गीतिका से दूर रहेगी और वह शुरू से यही कर रही थी शायद उसे दूर रखने का उसे दूर जाने का उसे दूर धकेलने का मतलब उसका यही से था एक तरफ कल्पना डिसाइड कर रही है कि वो गीतिका को बहुत दूर कर देगी तो दूसरी तरफ गीतिका के दिल के इरादे कुछ और है व कुछ और परते बुन रहा है गीतिका का दिल नजदीकियों की तरह बढ़ रहा है अपना प्रोस्पेक्टस बदल रहा है कल्पना को लेकर गीतिका का मन कल्पना को लेकर करवट ले रहा है उसके दिल को उसका स...