Wings of Destiny part 3
ऐ वादा फरामोश मैं तुझ सा तो नहीं हूं हर जुल्म तेरा याद है भूला तो नहीं हूं
ऐ वादा फरामोश मैं तुझसा तो नहीं हूं चुपचाप सही मसले हतनूर चाप सही
मसले हतनूर सही वक्त से हारा तो नहीं हूं ऐ वादा फरामोश मैं तुझ सा तो नहीं हूं
मुख्तसर क्यों मुझे देखता रहता है जमाना दीवाना सही उनका तमाशा तो नहीं हूं
ऐ वादा फरामोश मैं तुझ सा तो नहीं हूं हर जुल्म तेरा याद है भूला तो नहीं हूं
मैं डूब रहा हूं अभी डूबा तो नहीं हूं
कल्पना अभी अपनी स्पीडी क्वीन पर अपनी एयरवेज पर पहुंचती है वहां वह अपनी टीम से और अपने बेस्टी अभिनव से मिलती है यह सब अपनी प्रैक्टिस टास्क मिशन को पूरा करते हैं पूरा करने के बाद वो पेपर में अपने नाम को अपनी पिक्चर के साथ देखती है और उन लाइंस को भी बखूबी देखती है जो लिखी गई है अपने सूत्रों के हवाले से व उस पत्रकार का पूरा अता पता जान लेती है गीतिका अपने ऑफिस में कुछ लोगों को अपने काम की टर्म्स को अपने तरीके से समझाती है कोशिश करती है समझाने की को लोग होते ट लोग समझते नहीं है उन्ही लोगों को तो अपने सूत्रों के हवाले से जो खबर उसने निकलवाई थी उसके मुताबिक कल्पना पहुंच जाती है गीतिका के कबि में तो यह यही चलिए आगे चला जाए गीतिका एक सेकंड यह जो गीतिका के कबि का परीक्षण कर लेने के बाद कल्पना चेयर पर बैठ जाती है और गीतिका एंटर करती है और इंटर करते हुए वह जाकर सीधा कल्पना की सामने वाली चेयर पर यानी कि अपनी चेयर पर बैठ जाती है और कहती है आप यहां क्या कर रही हैं कल्पना मुस्कुराते हु उसकी बात का जवाब देती है तो साबित हुआ कि गीतिका चौहान आप ही है कल्पना की बात का जवाब देती है आपने मेरी बात का जवाब नहीं दिया व्ट यू डूइंग हियर अब कल्पना कहती है मेरे बारे में जो लाइंस लिखी है आपने उसके लिए आपको सरने आई हूं सच में अच्छा लिखती है या यह मेरा चार्म है गीतिका यह सुनकर सुनती है और उसके होठ जो है वह हल्का सा मुस्कुराते हुए कहते हैं इसका जवाब तो आपकी प्र दे रही है तो मुझे बोलने की तो कोई जरूरत ही नहीं अनु कल्पना को देखते हुए बगल में रखे सोफे पर जाकर बैठ जाती है वितिका की यह बात सुनके कल्पना अपने राइट पैर को जो उसने अपने लेफ्ट पैर पर चढ़ा कर रखा हुआ था अपनी फेवरेट पोजीशन के अनुसार उसे वो नीचे उतार देती है और अपने आप को हल्का सा टेबल के नजदीक करती है अपनी राइट हैंड की एल्बो को टेबल पर टिका देती है और कहती है ज्यादातर लोग गलतफहमी में जीते हैं डोंट वरी मैं य आपकी गलतफहमी को तोड़ने नहीं आई हूं इसकी बात का जवाब गीतिका देती है अच्छा तो ईगो हर्ट हो जाने के बाद वाला गुस्सा दिखाने आई है आप कल्पना कहती है मेरी ईगो तक पहुंचे अभी आप उस लेवल पर है नहीं और रही बात मेरे गुस्से की तो दुआ करिए कि वह नौबत आए नहीं कल्पना अपने चश्मे में बखूबी देख रही है गीतिका का चेहरा गीतिका भी देख रही है प्रॉपर्ली देख रही है लेकिन उसकी आंखों में आक्रोश गुस्सा ज्यादा हुआ है और इसी भाव को लेते हुए गीतिका कहती है बहुत गुरुर है ना आपको अपने आप पर बहुत बड़ा समझती हैं अपने आप को कल्पना अब उसकी बात का जवाब देती है मुझ पर जो भी है मुझ पर रहने दीजिए यह दुनिया मानती है कि मैं बहुत इंपॉर्टेंट हूं और आज आपने भी मान लिया यह आर्टिकल लिख के मैं सिर्फ यह कहने आई हूं और समझाने आई हूं बहुत सरल तरीके से मुझसे दूर रही बहुत दूर यह कहकर कल्पना अपनी कीज अपनी हथेली में रख लेती है वह जाने के लिए उठना चाहती है तभी गीतिका बोल पड़ती है यह गलत फहमी है आपकी कि मैं आपको इंपॉर्टेंट समझती हूं और जो समझते होंगे ना वह बेवकूफ होंगे आप एक एरोगेंट एगोइस्ट घमंडी और गुरूर से भरी इंसान आपको इंपोर्टेंट कौन समझ सकता है यह सुनने के बाद अपनी गर्दन को थोड़ा तिरछा करते हुए गीतिका को देखती है कल्पना और कहती है हां तब तो आप बेवकूफ नंबर वन हुई ना क्या लिखा था आपने हा बुनियादी चीजें जर्नलिस्ट है ना आप तो वैली में मुझसे बुनियादी इंपॉर्टेंट टॉपिक नहीं आपको इतनी काबिल जर्नलिस्ट तो होंगे आप कि मुझे वह मुद्दे काउंट ना करवाने पड़े आपको या फिर पता होकर भी नजरअंदाज करती हैं आप या फिर मैं यह कहूं कि डरपोक है डरती हैं सच को उजागर करने से यह सुनते ही जैसे गीतिका के कानों में किसी ने गर्म पानी डाल दिया हो और वह अपनी बड़ी आंखों को और थोड़ा बड़ा करके कल्पना को देखती है कल्पना अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहती है मैं यहां अपनी शख्सियत बताने नहीं आई हूं सीधे तरीके से कहने आई हूं दूर रहिए मुझसे वरना यह जो वर्ड गिनवाला उसे होल्ड करके भी मैं आपको समझा सकती हूं य कह के कल्पना अपनी चाबी लेकर दरवाजे की तरफ बढ़ने लगती है तभी कल्पना अपनी सॉरी गीतिका अपनी चेर पर बैठे हुए कल्पना की तरफ मुड़ जाती है और कहती है आस्मा इतनी बुलंदी पर जो उतराता है भूल जाता है जमी से ही नजर आता है वहां अन्नू इशारों इशारों में गीतिका को कहना चाहती है कि जाने दे यार मत कर मत कर मत कर लेकिन गीतिका को उसको सुनना कहां है उसे देखना कहां है उसे अभी तो उसे सिर्फ कल्पना दिखाई दे रही है तो उसने जो यह लाइंस यह जो काव्य बोला है उसकी लाइनस काव्य सुनकर कल्पना अपने कदमों को रोक लेती है और मुस्कुराते हुए मुड़ती है और अपने कदम जो उसने रोके हैं वह गीतिका की तरफ बढ़ाती हुए ठीक उसके सामने जाकर खड़ी हो जाती है और गीतिका अपने चेहरे को थोड़ा सा ऊपर उठाते हुए कल्पना की आंखों में कर देती है वो बात अलग है कि कल्पना की आंखों और गीतिका की आंखों के बीच में कल्पना के सनग्लासेस आ रहे हैं मगर फिर भी वो देखती है उसे तो कल्पना कहती है अच्छा लगा यह जानकर कि आपको पंक्तियां याद रहती हैं अच्छी पंक्तियां हैं और उम्मीद करती हूं कि मेरी पंक्ति भी आपको याद रहे और मेरी पंक्ति ज्यादा मुश्किल नहीं है ना उसके शब्द मुश्किल है तो मुझसे दूर रहिए स्टे अवे फ्रॉम मी और मुझे अपनी बातें दोहराने की आदत नहीं है यह कहते हुए कल्पना थोड़ा सा झुक जाती है गीतिका की चेर पर जिस जिससे उसकी जो टीशर्ट पर इमेज बनी हुई है उसके जेट की वो ठीक गीतिका की आंखों के सामने आ जाती है उसके बदन की खुशबू जो गीतिका के सेंसेस पर पड़ रही है लेकिन गीतिका इन सबको बांधते हुए नजर अंदाज करते हुए लगातार गुस्से वाली आंखों से उसे देखती रहती है कल्पना धीरे से बोलती है इट वड बी बेटर फॉर यू स्टे अवे फ्रॉम मी यह कहते हुए कल्पना सीधी होती है अपने कदमों को वही साहस भरे कदमों को लिए हुए उसकी कै बिन से बाहर निकल जाती है गीतिका अपनी हथेलियों को कस कर बांध कर बांध लेती है और गुस्से में एक सांस झटके से छोड़ देती है और कहती है इसे नहीं छोडूंगी मैं एरोगन रत मुझे मुद्दे बताएगी मुझे इसकी तो इससे पहले गीतिका अपने वर्ड्स को आगे थोड़ा सा गहरा दे थोड़ा सा गलत कर दे इससे पहले ही अनु बोल पड़ती है कि रिलैक्स गीतू रिलैक्स रिलैक्स अब इसकी तरफ देखकर गीतिका कहती है तू तो चुप रह उसे देख के दही जम गया था तेरे मुंह में तो अनू कहती है हाय मुंह में क्या मैं तो पूरी की पूरी खुद ही जम गई थी गीतिका अपनी बड़ी आंखों से अनू को देखती है तो अनू बोलती है ओके ओके मुझे मत देख ऐसे लेकिन यार बहुत हॉट है ये मेरी गलती नहीं है इसमें और तेरे तू इतनी करीब आई तुझे कुछ नहीं हुआ काश वो मेरे करीब आई होती इतने अन की बातें जैसे गीतिका को नमक की तरह लग रही हूं अ उसकी बातों का जवाब देती है गीतिका इससे पहले मैं तेरा मुंह तोड़ दूं चुप हो जा कहीं छुप जा तो अनु कहती ओके वेट वेट नो नो नो मैं चली जाती हूं यहां से मुझे मेरा चेहरा बहुत प्यारा है ओके वैसे अच्छा परफ्यूम लगाती है ना वो ये कहते हुए गीतिका को छेड़ते हुए| अनू उसके केबिन से बाहर निकल जाती है कल्पना अपनी बाइक पर अपने बेस के रास्ते पर है वह इन सब चीजों से इफेक्ट नहीं हुई यह तो नहीं कहेंगे लेकिन हां उतनी भी नहीं हुई और तभी उसके उसे यह रिलाइज होता है कि उसकी पॉकेट में रखा फोन रिंग कर रहा है मगर थोड़ा सा वह फोन रिंग को इग्नोर करती है और आगे जाती है रास्ते में वह आगे बढ़ती है और अचानक से उसे एक ख्याल आता है वह अपनी बाइक साइड पर लगाकर रोक देती रोक कर लगा देती है सॉरी अपने हेलमेट को निकालकर अपनी बुलेट पर रखती है और जल्दी से अपना फोन अपनी पॉकेट से निकालते हुए कहती है गौरव महाशय फोन देखती है एक अननोन नंबर है वो बहुत से वहां पर बहुत से जो व्हीकल है वो आना जाना कर रहे हैं तो व अपनी बाइक को थोड़ा सा और ऐसी जगह रोक करती है जहां थोड़ा कम शोर हो उस नंबर को फटाफट से डायल करती है और रिंग पूरी होने से पहले फोन रिसीव हो जाता है कल्पना फट से बोलती है हेलो आगे से किसी आदमी की आवाज आती है जी हेलो तो कल्पना कहती है इस नंबर से मेरे पास फोन आया था आप कहां से बोल रहे हैं वह आदमी वैली की साउथ की कोई जगह बताता है कोई नाम बताता है कल्पना को और कहता है कि एक बच्चा मेरे पास आया था उसने आपका नंबर दिया और मैंने वह नंबर डायल किया कल्पना के अंदर थोड़ा सा क्या कहते उ खुशी वाला भाव होता है कि गौरव का फोन आ गया आफ्टर ल और व कहती हा हा हां कहां है वह बच्चा प्लीज बात कराइए तो आदमी कहता है वो तो चला गया व्ट चला गया कहां अब हमें क्या पता मैडम क्या मतलब क्या पता है अभी आपने कहा ना कि आपके पास बच्चा आया था और उसने मेरा नंबर आपको दिया आप कह रहे हैं व चला गया तो व आदमी कहता है कि हां मगर अब वह चला गया और मुझे नहीं पता कि वह कहां गया यह सुनके कल्पना डिपॉट हो जाती है थोड़ी सी इससे पहले वो अपने ऊपर गुस्सा निकाले वो आदमी फिर बोल पड़ता है कि और हां मैडम उस बच्चे की हालत ठीक नहीं लग रही थी कल्पना आप थोड़ा सा परेशान थोड़ा सा वो हो जाती है और कहती क्या मतलब उसके कपड़े बहुत गंदे थे और उससे पहले इससे पहले की आदमी कुछ और बोले कल्पना बोल पड़ती है हां और आपने उसे उस बच्चे को जाने दिया बस बस रहने दीजिए फोन रखिए यह कह के यह फोन डिस्कनेक्ट हो जाता है और अपनी आंखों से अपने ग्लासेस निकाल देती है कल्पना अपना चेहरा ऊपर आसमान की तरफ करती है और एक गुस्से के भाव के साथ सामने चेहरा करते हुए कहती है आपकी वजह से जर्नलिस्ट आपकी वजह से यह सब आपकी वजह से हुआ गौरव कहां होंगे कैसे होंगे मले काप और वोह परेशान होती है गौरव के लिए और फिर कहती है अच्छा ही होगा जर्नलिस्ट के आप मुझसे दोबारा ना मिले मेरे सामने भी ना आए गीतिका चौहान कल्पना अपनी बाइक यह कहते हुए कल्पना अपनी बाइक स्टार्ट कर देती है और बेस पर पहुंचती है वह कैंटीन में जाकर अपनी चाय के साथ कुछ सोचने लगती है गौरव के बारे में व वड हो रही है उसे परेशान कर रही है वह चीज पहले उसने उसका एड्रेस नहीं लिया यह चीज उसे परेशान कर रही है और आज गीतिका से मीटिंग की वजह से उसने वह फोन रिसीव नहीं किया यह सोचते हुए व अपना फोन उठाती है और एक नंबर डाल करके बोलती है कनेक्टिंग दूरभास आगे से दूर बास जी बोलते हैं रजर पांडा क्या हुआ आपकी आवाज ऐसी क्यों लग रही है कल्पना कहती है जी मुझे टेलिस्कोप दोबारा चाहिए दूरभाष जी कहते हैं रोजर कल्पना गौरव के बारे में सब कुछ बताती है दूर भास जी को और जो उसे फोन आया और उस फोन पर जो कन्वर्सेशन हुआ उसका उसके बारे में वह बताती है दूर बास जी कहते हैं कि मैं इस बारे में काम करता हूं कल्पना कहती है थैंक यू थैंक यू सो मच दुर्वास जी और प्लीज क्या यह जल्दी से जल्दी हो सकता है प्लीज दूर बास जी कहते हैं पांडा आपको प्लीज कहने की जरूरत नहीं और बिल्कुल हो सकता है क्यों नहीं हो सकता कल्पना उनकी बात का जवाब देती है और कहती है यह काम सिर्फ आप कर सकते हैं बस इसलिए मैंने आपसे शेयर किया दुर्वास जी उसकी बात का जवाब देते हुए कहते हैं रोजर पांडा डोंट वरी मैं आपको अपडेट जल्द से जल्द करता हूं कल्पना कहती है हम और इन दोनों का जो कन्वर्सेशन है वो खत्म होता है फोन डिस्कनेक्ट हो जाता है अचानक से एयर बेस पर इमरजेंसी सायरन बजने लगता है बहुत समझ रहे हैं ना आप लोग कल्पना अलर्ट हो जाने के साथ-साथ अ इंस्ट्रक्शन रूम की तरफ बढ़ती है और बाकी सभी टीम मेंबर्स जो इसके हैं ऑफिसर विदाउट वेस्टिंग टाइम वहां इकट्ठे हो जाते हैं सबको बताया जाता है वैली में एक दुर्घटना घट चुकी है एक इंसिडेंट हो गया है और वहां रेस्क्यू के लिए इन्हें जाना है द ड्रैगन टीम को जाना है जो कल्पना की टीम है और यह लोग बिना टाइम वेस्ट किए अपनी अपनी पोजीशन धारण कर लेते हैं कल्पना अपने साहसी कदमों के साथ अपने जट के सामने बढ़ती है सवार होती है अभिनव उसका नेविगेटर है तो वह उसके ही जेट पर जाएगा उसकी बैक सीट पर बैठेगा कल्पना उड़ान की साइन लेते हुए अपने जेट को हवा के हवाले कर देती है और यह लोग उस लोकेशन पर अपना कंपास सेट कर देते हैं वहां न्यूज ऑफिस में भी हलचल है इस बात की हलचल है कि
यह न्यूज कवर करने कौन जाएगा मिस्टर सिंह अपने कैंडिडेट भेजने की फिराक में है वह पूरी कोशिश करते हैं कि वह अपना कैंडिडेट इस खबर पर भेजे मगर जो ब्रांच है उसकी इस फिराक पर पानी फेर देता है वह अनाउंस कर देता है कि इस टीम सॉरी इस न्यूज को इस लोकेशन पर गीतिका जाएगी वह भी अपनी टीम के साथ तो यह सिचुएशन है
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