Wings of Destiny Part 16



 



जैसे-जैसे रात गहरी हो रही है वैसे-वैसे रात की सिहरन भी गहरी हो रही है वह इस ठंड को बढ़ा रही है अपनी अम्मा के हाथ को पकड़े हुए कल्पना बेड के साइड पर बै है सिर्फ अपनी अम्मा का चेहरा देख रही है जो नींद में है कल्पना की आंखें नम हो जाती हैं उनका चेहरा देखते देखते और इस बार यह पानी आंखों से निकलकर कल्पना के हाथ पर गिर जाता है जिससे उसकी पलके एक झपकी ले लेती हैं व दूसरे हाथ से अपने लेफ्ट साइड वाले गाल को साफ करती है क्योंकि वहां वह पानी गिर कर अटक गया साफ करते हुए वह बड़ी सावधानी से वहां से उठकर कमरे में लगे सोफे की तरफ बढ़ जाती है साइड में रखी टेबल पर बोतल है पानी की वह बोतल उठाकर पानी पीती है मगर वह पानी की जो क्या कहते हैं उतना सफिशिएंट नहीं है कि उसकी प्यास को बुझा सके वह बोतल को पूरा खाली कर देती है इतनी ठंड में भी और वो बोटल हाथ में लेकर हाथ में पकड़े हुए रूम से बाहर आती है और पानी की तलाश में कॉरिडोर में आकर उसके कदम अपने आप रुक जाते हैं अपने लेफ्ट साइड पर रखे बेंच पर उसकी नजरें ठहर जाती हैं बेंच पर बैठी है गीतिका उसको देखकर उसकी नजरें ठहर जाती हैं गीतिका अपनी बैक को बेंच से लगाए टिकाए कह सकते हैं अपने पैरों को नी से फोल्ड किए हुए अपना सर बेंच के हेडर से लगाए हुए सो गई है कल्पना उसे देखते हुए ही उसके करीब आ जाती है और अपना रुख उसके रुख के सामने कर लेती है ब्रेनलेस के साथ-साथ य जिदी भी बहुत है कल्पना दबी जबान में बड़बड़ आई और अपने कदमों को हल्के से वहां से निकालकर वापस रूम में ले गई उसके हाथ में अभी भी बोतल है अपने सोफे पर रखे एक हल्के से ब्लैंकेट या चादर कह सकते हैं वह वहां से उठाकर उतनी ही सावधानी से रूम से बाहर आ जाती है और अपने कदम गीतिका की तरफ बढ़ाती है उस चादर को टू साइड फोल्ड करके व गीतिका को उड़ाना चाहती है और वह धीरे से उसे बिना टच किए हुए उड़ाना चाहती है और वह उसके पैरों से लेकर जब उसके कंधे पर यह चादर रखती है गीतिका नींद में ही हल्की सी करवट ले लेती है उसे जैसे एहसास हो जाता है कि उसको किसी ने वाम किया या होता कैसा तो वही फीलिंग उसे नींद में आ जाती है जब वह ऐसा करती है तो उसके लेफ्ट हैंड की जो पोजीशन है वह बदल जाती है और उसका बाही हाथ थोड़ा सा गीतिका के सॉरी कल्पना के आगे खुल जाता है जब वह खुल जाता है तो कल्पना की नजरें वहां शॉकिंगली पड़ती है बैंडेज पैच कल्पना ने अपनी भव को सिड़क देखते हुए कहा मगर इसको क्यों और अपनी बात को आगे करके धीरे से वो बड़बड़ा कह सकते हैं अभी वह गीतिका को प्रॉपर चादर उड़ाती है और उसके दिमाग में अब एक क्वेश्चन मार्क पैदा होने लगता है एक क्वेश्चन मार्क का जो चित्र है वोह आने लगता है वो अपने हाथ में बोतल पकड़े हुए ही बाहर चली जाती है बाहर उसी एरिया में जिस एरिया में थोड़ी देर ये पहले थ थी अपनी जेब से वह सेलफोन निकालती है और सीधा लगा देती है अभी को अभी का फोन रिंग करता है पूरी रिंग हो जाने के बाद अभी फोन पिक नहीं करता शायद वह सो गया है यही सोचती है कल्पना मगर कल्पना और अभी की जो बॉन्डिंग है वह उसे रोक नहीं पाती और कल्पना दोबारा से अभी का फोन रिंग करती है आधी रिंग हो जाने के बाद हा पांडा क्या हुआ सब ठीक था अम्मा ठीक है हां अम्मा ठीक है तू मुझे यह बता त सोने देना आधी नींद में अभी ने कल्पना की बात का जवाब दिया अभी आईम सीरियस मुझे तुझसे कुछ पूछना है अपनी स्ट्रिक्ट आवाज में कल्पना ने अभी से कहा और अभी की आंखें पूरी तो नहीं लेकिन हां पूरी से ज्यादा खुल गई हां ठीक है बोल क्या हुआ अभी ने बड़ी ही सॉफ्ट आवाज में कल्पना से पूछा यह बता जो डॉक्टर ब्लड की बात कर रहे थे मतलब ब्लड किसने दिया कल्पना ने बात को सीधे तौर पर अभी के सामने रख दिया अभी की आंखें अब प्रॉपर्ली खुल गई क्योंकि वह जानता है कि गीतिका का नाम लेना है और गीतिका का नाम लेते ही कल्पना का जो पारा है वह हल्का सा बिगड़ जाता है इसलिए बोल मैं तुझसे पूछ रही हूं इस बार भी कल्पना ने अपने सीधे शब्द अभी के सामने कर दिए पांडा वो जर्नलिस्ट है ना अभी के शब्द हल्का सा लड़खड़ा गए यू मीन मिस जर्नलिस्ट गीतिका चौहान कल्पना ने अभी को बीच में रोकते हुए कहा हां क्योंकि पांडा हम में से किसी का भी ब्लड ब्लड ग्रुप मैच नहीं हुआ अम्मा से वो वा ओनली वन सो ट्स वय अभी के कहने का ग्राफ ऊपर से नीचे की तरफ आया ओके तू सो जा यह कहते हुए कल्पना ने फोन कट कर दिया और पास पड़ी बेंच पर बैठ गई कल्पना शॉक्ड हो गई कि उसकी अम्मा की जान बचाने वाली गीतिका है वही गीतिका जिसे वह बिल्कुल पसंद नहीं करती यह उसका सोचना है और उसके मापदंड से यह साबित होता है जैसे कि मेरे बोलने के मापदंड से बहुत कुछ साबित होता है एनीवेज बैक टू द स्टोरी उस बेंच पर बैठे कल्पना अपने फोन को साइड में रखती है और उस खाली बोतल को अपने हाथ में पकड़े हुए सोचने लगती है कि उसकी अम्मा की जान को बचाने वाली वही है वो जर्नलिस्ट जिसे वो ब्रेनलेस कहती है लेकिन हां वो उसके काम को अप्रिशिएट भी करती है कहती नहीं है कभी उसने उसके सामने जताया नहीं लेकिन हां वह मानती है वह थोड़ा सा खामोश रहने के बाद अपने हाथ से अपने चेहरे को सहला हुए अपने सर को सहला है तभी उसका फोन जो है वह फिर से रिंग करने लगता है और लेफ्ट साइड पर अपना चेहरा मोड़कर अपनी नजरें अपने फोन पर करती है और फोन उठाकर सीधा अपने कान पर लगाती हां बोलिए सामने से आवाज आती है कल्पना अभी अम्मा की हालत कैसी है वह अब ठीक है और वह अभी खतरे से तो खाली है लेकिन उन्हें अभी ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा आप बताइए कुछ पता चला एसीपी इमरान कल्पना ने यहां पर संजीदगी से पूछा हां कल्पना वो जो लोग थे वो किसी जर्नलिस्ट पर हमला करने आए थे यह बात सुनकर कल्पना और ज्यादा शॉक्ड हो जाती है क्या हां और उससे भी बड़ी बात यह पता लगी है कि उन लोगों को भेजने वाला बैली का जिला अध्यक्ष ही है एसीपी उमरान ने हल्की सी दब जबान में कल्पना को बताया और कल्पना के कान जैसे सुन पड़ गए यह सुनकर कि यह वैली के ही आदमी है और वैली के लोग बड़े बड़े लोग इसमें शामिल हैं ओके तो आप यह कह रहे हैं कि उनका टारगेट जर्नलिस्ट जर्नलिस्ट क्या माय गॉड मतलब मिस जर्नलिस्ट किति का चौहान उनको मानने य लोग आए थे सरप्राइजिंगली शॉक्ड होकर कल्पना ने कहा नाम तो अभी सामने नहीं आया है कल्पना लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं और यह तभी साबित होगा और क्लियर भी कह सकते हैं जब वह आदमी हमारे हाथ लगेगा और यू डोंट वरी ज्यादा टाइम नहीं लगेगा उसको हाथ में लेने में इमरान ने कल्पना की बात का जवाब दिया माय गॉड मतलब यह कहते हुए कल्पना अपने हाथ से अपने माथे को जोर-जोर से प्रेस करने लगती है ठीक ठीक है अभी तो बहुत रात हो गई हैप उमरान मैं आपसे बात करती हूं और हां सुनिए क्या वो जो भी वह लोग थे कहां मिलेंगे य पता लगा इसमें से कुछ भी किसी का भी आईडिया या कुछ भी कोई भी क्लू मिला नहीं कल्पना अभी तो नहीं लेकिन हमारे सोर्सेस लगे हुए हैं और जैसे ही वह हाथ लगता है वह सब उगल देगा एसीपी उमरान ने बड़ी ही सहजता से कल्पना से कहा और वह उगल लेने के बाद वह किसी तरह की बातें या कुछ भी उगलने लायक नहीं रहेंगे और जैसे ही व मिले प्लीज मुझे बताइएगा अभी बहुत रात हो गई है और मुझे अम्मा के पास जाना है तो इस भीमरा मैं आपसे कल मिलती हूं या फिर कॉल कॉल प बात करते हैं बिकॉज य पर अभी अम्मा के पास कोई है नहीं और क्या बोलू मैं अब आपसे जिस बात का मुझे डर था वही हुआ लेकिन आप दूसरी कहानी बता रहे हैं चलिए मैं आपसे बाद में बात करती हूं एंड थैंक यू सो मच कल्पना ने आभार प्रकट करते हुए एसीपी उमरान से कहा इसलिए थैंक यू की कोई बात नहीं है कल्पना मैं आपको कांटेक्ट करता हूं जी यह कहकर एसीपी इमरान फोन कट कर देते हैं और दोबारा से कल्पना उस बोतल को छोड़कर अपने दोनों हाथों में अपना चेहरा भर लेती है माय गॉड मतलब इस चैलेंज के पीछे पड़े हैं लोग फिर उसने अम्मा को मतलब व बस मुझे मिल जाए एक बार बस मुझे वो मिल जाए एक बार अपने हाथों में ही कल्पना ने कहा मगर रात को घर के बाहर व आदमी कौन था तभी कल्पना को वह सीन व दृश्य याद आ जाता है जब उसने खिड़की से एक आदमी को बाहर देखा था वन सेकंड वन सेकंड उस दिन मिस जनस भी मेरे घर पर थी मतलब वो शख्स मिस जर्नलिस्ट के पीछे आया था इसका मतलब तो यही हुआ कि मिस जर्नलिस्ट की जान को इतना ही कहती है कल्पना और अपने शब्दों को रोक देती है और वहां से खड़ी हो जाती है एक हाथ में उस बटल को वापस से पकड़ती है और वहां लगे दबन को दबन में इस बोतल को डाल देती है अपना फोन उठाती है और वापस से वो अमा के रू की तरफ बढ़ती है उसी कॉरिडोर में आती है जहां पर गीतिका उस बेंच पर सोई हुई है वह दोबारा से उस बेंच के पास आती है और गीतिका को देखने लगती है मगर बस इतने से लोग डर जाते हैं यह खबर छाप देती है और लोग डर जाते हैं और इनकी जान के पीछे पड़े हैं ये पॉसिबल है य यह कहते हुए कल्पना की आवाज में थोड़ी सी नरमी आती है गीतिका के लिए और वह अपनी बात को आगे करती है अपने मन में ही मतलब इन्होंने ही अमा की जान को [संगीत] बचाया अब मैं क्या करूं कल्पना बहुत परेशान है वह बहुत कंफ्यूज है के अभी उसके दिमाग में जो हो रहा है बहुत तेजी में सब कुछ हो रहा है पहले गौरव गौरव के बाद मतलब वह गिरो फिर इसके बाद अमा का  इतना बड़ा एक्सीडेंट हो जाना उसके बाद यह पता लगना कि इस जर्नलिस्ट को लोग पीछे पड़े हुए हैं और इसमें शामिल कौन है यह भी देखिए तो इन सब सब चीजों ने थोड़ा सा मेस अप कर दिया उसके दिमाग को ऐसे नहीं है कि वो यह सब पहली बार देख रही है ऐसी सिचुएशन अच्छी खासी सिचुएशन से वो गुजरी होगी मर फिर भी वो थोड़ा सा वड है और अब तो शायद ज्यादा होने लगेगी जब उसे यह पता लगा कि ब्लड जब नीड था उसे उसकी अम्मा के लिए तो दवाना एन ओनली पर्सन गीतिका जिसने उस वक्त इसकी मदद की और अब चिल्ला आप कैसे चिल्लाएगी वय जानते हुए एनीवे गीतिका को भी कल्पना ने बहुत बार बचाया है तो चिल्ला भी सकती है चलिए चलिए बैक टू द स्टोरी तो कल्पना जो है अपना सेलफोन अपनी जेब में रखती है और हल्के हाथों से गीतिका को कमर से और उसके शोल्डर से पकड़ती है धीरे से उठाती है गीतिका नींद में है लेकिन नींद में भी वो एक बच्चे की तरह कल्पना की बाहों से चिपक जाती है यह जाने बगैर कि वो बाहे किसकी है उसकी आंखें बंद है बड़ी जद्दो जहद के बाद ये पल आया है जब नींद आई है और उसनी जद्दोजहद करने के बाद जब नींद आती है तो वो थोड़ी सी गहरी हो ही जाती है तो गीतिका की नींद भी गहरी है कल्पना उसे बहुत सावधानी से उठाती है और रूम का जो डोर है वो हल्का सा अपने राइट हैंड से ही हल्का सा ओपन करती है हल्का सा ओपन कर लेने के बाद उसे धीरे-धीरे गीतिका से ही धकेल है और धकेलने के बाद वह धीरे से बड़ी सावधानी के साथ सोफे पर पहुंचती है और गीतिका को वहां व सुला देती है सुलाने के बाद वही चद्दर जो उसने उसे अभी बाहर उड़ाई थी वह उसे प्रॉपर्ली बड़ी सावधानी से उड़ा देती है और दूर जाकर जहां अम्मा है वहां पर एक चेर है तो उस चेर पर जाकर बैठ जाती है अपनी अम्मा का हाथ अपने हाथ में लेती है और अपनी अम्मा के चेहरे को देखती है जो बड़ा सुकून दे रहा है कल्पना को और फिर उसकी नजरें खुद बखुदा गीतिका पर चली जाती है और वह अपने चेहरे को अम्मा के हाथ को जो उसने पकड़ा हुआ है वहां झुका देती है अपनी आंखें बंद कर लेती है उसे भी ना जाने कब नींद जाती है उसे पता नहीं लगता और ऐसे करके यह रात बीती है रात का आखिरी पहर सुबह के पहले पहर में बदल जाता है और कल्पना की नींद जो है वह खुल जाती है वह अपना हाथ अपनी अम्मा के हाथ से निकालती है और बाहर जाकर बेंच पर बैठ जाती है थोड़ी देर बाद गुड मॉर्निंग त यहां क्या कर रहा है अभी को देखते हुए कल्पना ने कहा अरे क्या कर रहा क्या मतलब अम्मा से मिलने आया हूं अम्मा सो रही है अभी यह दोनों बाहर है  लेकिन फिर भी स्लोली स्लोली बातें कर रहे हैं अभी यह कहकर उसके बेंच पर साइड में बैठ जाता है मतलब सो रही है तू क्या कर रही है य तू रात भर सोई नहीं तू रात भर यही थी अभी ने कल्पना से पूछा नहीं कल्पना के चेहरे पर उसे परेशानी नजर आई क्या हुआ तू रात को भी परेशान थी इतनी रात को तूने फोन किया अपनी नजर इधर उधर करके अभी ने अपनी बात को आगे किया और वो जर्नलिस्ट कहां है सो रही है कल्पना ने उसकी बात का जवाब बड़ी बेबाकी से और बड़ी ना जानने वाले अंदाज से कहा सो रही है मतलब अब यहां पर सवाल कर दिया अने अरे यार सो रही है व अंदर अम्मा के रूम में तनि उ से अमा के रूम में सोने दिया अभी ने बहुत ही धीमी आवाज बोला जो कल्पना समझने में क्या बोल रहा है तू क्या हुआ तू क्या कर रहा है यहां बेस नहीं गया नहीं बेस में आज कुछ खास है नहीं सीओ सर का फोन भी नहीं आया था ना मैसेज आया था कोई बेस से तो मैंने सोचा पहले मैं यहां आता हूं फिर बेस चला जाऊंगा अभी नहीं कल्पना की बात का जवाब दिया और अपनी बात को फिर से आगे किया बता पांडा क्या हुआ कल्पना एक लंबी सांस लेती है और अपने रुख को अभी किस तरफ घुमा देती है यह जो सब हुआ कहां हुआ अभी ने कल्पना को बड़ी हैरानी से देखा वो जो वली में समारोह होता है हर साल वही बाहर जो कैंटीन वाला एरिया है ना कैंटीन जो हा हां मैं समझ गई कल्पना ने अभी को रोकते हुए कहा हां वहीं पर तीन लोग थे सस्पिशंस इतना ध्यान नहीं दिया मैंने लेकिन हां य जर्नलिस्ट उन्हें देख रही थी बहुत देर से फिर अम्मा ने उस जर्नलिस्ट को देखा और अम्मा खुद जर्नलिस्ट के पास गई और उससे बातें करने लगी अम्मा खुद मतलब मिस चन के पास गई थी हां हा पांडा मम्मा खुद गई थी ओके क्या हुआ कुछ नहीं यार वो लोग वो लोग जो कितने लोग थे वो यह तो मुझे नहीं पता पांडा लेकिन मैंने तीन लोगों को जरूर देखा था हां वह लोग इस पर ही हमला करने आए थे मतलब य जर्नलिस्ट पर हमला करने आए थे और हां एसीपी इमरान का रा को फोन आया था तो उन्होंने ही बताया सोर्सेस से पता लगा है अभी क्लियर नहीं है और वो लोग जब पकड़े जाएंगे तो उनके मुंह से खुद उलवा जाएंगे हम ओके तो क्या वो लोग रडार में है हां एसीपी उमरान ने तो यही कहा है देखते हैं कब तक हमारे रडार से बचते हैं ये कहते हुए कल्पना सीधी हो गई और उसके शब्दों में कठोरता भर गई मगर यार पांडा य अखबार में सिर्फ एक आर्टिकल लिखने वाली जर्नलिस्ट के पीछे क्यों पड़े हैं ये लोग सोचने वाली बात है अखबार में तू चाहे एक आर्टिकल लिख या सिर्फ तीन लाइने लिख सबसे पहले किसकी जलती है सबसे पहले किसका भांडा फोड़ होता है जैसी भी है ब्रेनलेस है चाहे जैसी भी है सच लिखती है ना सच तो न्यूक्लियर बम से कम नहीं है हम यू आर राइट अब वैसे है बंदी में दम है आहा बस इतनी तारीफ नहीं करनी थी उसकी अच्छा सुन तूने कुछ खाया पिया चल कॉफी पीते हैं नहीं नहीं अभी अम्मा कभी भी जगी कभी भी जग सकती है उन्हें मेरी जरूरत पड़ सकती है अरे ओके ठीक है मैं कॉफी लेकर आता हूं अभी यह कहकर कैंटीन की तरफ बढ़ जाता है और कल्पना वापस से अपने कदम अंदर रख लेती है रुख अंदर की तरफ कर लेती है और जब दरवाजा खोलती है अम्मा तो अभी सोई है उनको एनेस्थीसिया कह सकते हैं या फिर मेडिसिन इंजेक्शन इन सब चीजों का असर कह सकते हैं लेकिन गीतिका उसके ऊपर से ही वह चादर हट गई है और एक ठिठुरन जैसी होती है उसने वैसा ही पोज बना रखा है अपने दोनों हाथों को जोड़कर अपने गाल के नीचे रखा हुआ है और अपनी नीज को अपनी लेगस को नीज के द्वारा मोड़ा हुआ है गीतिका पर कल्पना की नजर कैसे हैंडल करती है अपने आप को यह कह के कल्पना वह चादर दोबारा उड़ाती है उसे तब उसकी नजर जो है गीतिका के ड्रेस पर पड़ती है जो उसने जब अम्मा का सर अपनी गोद में रखा था तो जो ब्लड है व वही लगा हु था और इस पागल लड़की ने अभी तक यही पहना हुआ है  जाहिर सी बात है अभी तक यही पहने भाई घर थोड़ी ड्रेस क्यों नहीं चेंज किया इसमें से भी तो इंफेक्शन निकल सकते हैं अब कौन समझाए य ब्रेनलेस औरत को यह कहती है कल्पना और अपने कदम जो है आगे बढ़ा देती है और रूम की जो वारूम है या बाथरूम कह सकते हैं उसमें व चली जाती है और हम भी चलते हैं अभी टाइम हो भा देखते हैं कल्पना को क्या मिलेगा क्या पता लगेगा क्या सच में वो लोग गीतिका पर हमला करने आए थे गीतिका को हाश करने आए थे उसे मारने आए थे इन शॉर्ट लेकिन क्यों और अगर इसमें यहां का जिला अध्यक्ष शामिल है तो तो बड़ी बात होगी इस बात का पता तो हमारी कल्पना लगा ही लेगी लेकिन उस के दिल में कहीं ना कहीं एक सॉफ्ट कॉर्नर जगने लगा है जो गीतिका के लिए है अब यह देखते हैं कि गीतिका के दिल में जो सॉफ्ट कॉर्नर जगा था 

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