Wings of Destiny Part 17
अम्मा के साथ-साथ होश आने के साथ-साथ सभी की सांसों में सांस भी आ गई है कल्पना ने सभी को अपने अपने घर भेज दिया है लेकिन गीतिका ने जाने से मना कर दिया है रात आगे जाती है इस बीच कल्पना अभी से यह कंफर्म कर लेती है कि अम्मा को चढ़ने वाला जो ब्लड है वह किसके द्वारा दिया गया है उसको शक होता है गीतिका की बांह पर लगे बैंडेज का बैंडज से और तब उसे पता लगता है कि उसकी अम्मा की जान बचाने वाला और कोई नहीं वह ब्रेनलेस औरत ही है जिसे यह टाइटल देती है उसके बाद एसीपी इमरान का फोन आता है कल्पना के पास वो उसे एक शॉकिंग न्यूज़ बताते हैं यह कह कर के वो जो लोग थे जो संदिग्ध लोग थे वो गीतिका पर हमला करने आए थे उस पर अटैक करने आए थे इन शॉर्ट उनका टारगेट गीतिका चौहान थी यह सुनकर कल्पना शॉक में आ जाती है और यही शौक लेकर व गीतिका के पास जाती है गीतिका को उस बेंच से उठाकर वह अंदर कमरे में सोफे पर सुला देती है सुबह हो जाती है सुबह होने के बाद अभी इससे मिलने आता है उसके बाद क्या हुआ ये आप जानते हैं बिल्कुल जानते होंगे वो यह सर्फ शेयर करती है अभी से कि क्या बात है और क्या नहीं और अभी उसके लिए कॉफी लेने चला जाता है बस यही है रिकप चलिए अब आपको थोड़ा सा आगे उड़ा के लेकर चलते हैं जब कल्पना वॉशरूम से बाहर आती है रूम में तो देखती है गीतिका अपने सोफे पर नहीं है वह हल्की सी हैरान होती है हैरानी में वह उसको इधर-उधर अपनी आंखों से तलाशने लगती है और तलाशने में ही इस कमरे का गेट खुलता है और अभी कॉफी के दो मग्स दो ग्लासेस लेकर अंदर आता है और क्या हुआ किसे ढूंढ रही है तू अभी ने बड़ी हैरानी से कल्पना से पूछा अरे य सोई हुई थी अभी य कहां चली गई है तो वोह जर्नलिस्ट यहां सोई थी हां अभी वो यही सोई थी अब मैं नहीं वो यही सोई थी अभी तो यही थी अभी कहां चली गई पांडा वो ऑफिस गई है उसके ऑफिस से कॉल आया था अभी मुझे बाहर मिली तो मैंने उससे पूछा और उसने मुझे बताया ओके यह किस किस्म की गैर जिम्मेदाराना हरकत है बता कर जाना चाहिए उन्हें हद होती है यह कहते हुए कल्पना ने अपना चेहरा झटक दिया पांडा रिलैक्स यार कम कॉफी पीते हैं हम लोग यह कहते हुए अभी सोफे पर बैठ जाता है और दोनों ग्लासेस को आगे वाली टेबल पर रख देता है कल्पना भी धीरे से आकर सोफे पर बैठती है और अपना ग्लास अपने हाथ में पकड़कर उसी अपनी स्टाइल में बैठ जाती है डोंट फॉरगेट अपने उल्टे पैर पर अपने सीधे पैर को मोड़ कर रखती है अपनी गर्दन ऊंची करती है अपनी शोल्डर बिल्कुल सीधे रखती है तो तू बता आज छुटी है बस की गीतिका सॉरी कल्पना ने बड़े ही सॉफ्टली से अभी से पूछा हां बिकॉज ऑफ वेदर वेदर हमारा साथ नहीं दे रहा साथ नहीं दे रहा या दे रहा है कल्पना ने इस बार एक दोस्त वाले अंदाज से अभी से कहा हां हां दे रहा है साथ तो तू लेकर नहीं गया अपनी वाली को इस मौसम में इस मौसम का फायदा उठाने कॉफी की मक से एक सिप लेते हुए कल्पना ने अपनी नजरों से छेड़ा अभी को और अपनी लफ्जों से भी छेड़ा क्या तू भी आज मैंने सोचा अपनी दूसरी वाली के साथ टाइम स्पेंड कर लूं कल्पना के भाव को कॉपी करते हुए अभी ने उसकी बात का जवाब दिया दूसरी वाली बड़ी अच्छी खुश फहमी रखता है तू कल्पना ने अभी के सारे ख्वाहिशों पर पानी फेर दिया यह कहकर आहा चल कॉफी पी अ कल्पना यह बता के क्या सच में वो जो तू कह रही थी इस इमरान का फोन क्या सच में यही सब है अभी इस बार कल्पना सीरियस हो गई अपना कप टेबल पर रखा और पता नहीं आईम नॉट शर बाकी आसार तो यही नजर आ रहे हैं बिकॉज यह जो ब्रेनलेस औरत है बड़े-बड़े लोगों से पंगे लेती रहती है तो मे भी इसने किसी की दुखती रक्त पर हाथ रख दिया इस बार जिस तरह हम जोखिम में चल रहे हैं वाली में इस तरह यह भी है और झूठों का तो हर जगह बोल बाल होता बोल वाला होता ही है जो सच की राह पकड़ता है उसकी राह को बर्फ से ढका जाता है तो हो सकता है एसीपी इमरान की बात ठीक हो कल्पना ने अपनी बात को पूरा किया तो सही कह रही है यार फिर तो उससे कहना चाहिए कि वो सही रहे सेफ रहे आई मीन वो सजक रहे चौक नहीं रहे सेफ रहे हां हां बस बोल देना क्या हो गया रिलैक्स कॉफी पी बेबाकी से कल्पना ने अभी से कहा गीतिका अपने ऑफिस पहुंचती है फ्रेश होकर कपड़े नए पहनकर वह अपने ऑफिस पहुंचती है अपने केबिन में जाती है उसकी केबिन में अन्नू पहले से ही तैनात है क्या हुआ तूने मुझे क्यों इतनी रिसेंटली फोन किया अर्जेंटली फोन किया अरे यार तू बैठ बैठ अपने सीधे हाथ से कुर्सी पर इशारा करते हुए अनू ने कहा अरे बैठ जाऊंगी यार क्या हुआ हां तू बैठ तो जा सुनती क्यों नहीं तू एक बात भी नहीं सुनती है यार अनू ने गीतिका से परेशान लगते हुए कहा ओके अब बोल अच्छा ये बता स्क्वाड्रन लीडर की मम्मा ठीक है गीतिका ये सुनकर उसके कान गरम होने लगते हैं तूने यह पूछने के लिए मुझे यहां इतनी इमरजेंसी में बलाया है हां स्क्वाड्रन लीडर स्क्वाड्रन लीडर स्क्वाड्रन लीडर और कुछ तुम लोगों को समझ नहीं आता दिखाई नहीं देता देख एक और आया सूरज के अंदर आते हुए गीतिका ने उसकी तरफ अपनी आंखों को किया और अन अनू से कहा अनू उसकी आंखों के वऊ परर मुड़ गई ओ सूरज है आजा सूरज अपने कदम अंदर रखता है गीत तू हॉस्पिटल से कब आई स्कड लीडर की मम्मा ठीक है सेम सवाल सूरज ने भी किया और सेम इस सवाल का असर गीति का बहुआ तुम और तुम दोनों की स्क्वाड्रन लीडर तीनों को ना अखबार में लपेट के हवा में उड़ा दूंगी चुपचाप से बैठो और मुझे बताओ क्यों इतनी जल्दी बुलाया तुम दोनों ने मुझे मुझे तू हवा में क्यों उड़ाए गी हमें हम तो खुद ही उसके जेट में बैठ के उड़ जाएंगे अनू ने छेड़ते हुए गीतिका की बात का जवाब दिया और गीतिका फिर से छिड़ गई तुम दोनों चुप रहोगे कि नहीं रहोगे मेरे दोस्त हो तुम दोनों व्ट द आई मीन फिश ओके काम डाउन काम हो जा मैं तो बस तेरा मूड फ्रेश करना चाह रही थी अनू ने अपनी कमर सीधे करते हुए कहा और वो थोड़ी सी सीरियस लगने लगी क्या हुआ अचानक से तेरा टोन बड़ा सीरियस हो गया यार बोलो ना क्या य बीते दिनों में कम सस्पेंस मिला है हमें तो क्यों ऐसे मुंह बना रहे हो बोलो ना प्लीज तुम सच में यार फ फ फिश हो गीतिका की यह बात सुनकर सूरज बोल पड़ता है वो जो जिसने न्यूज पर हम कवरिंग कर रहे थे जिसमें तूने उस का नाम छापा था हां आगे बोल वो न्यूज मिस्टर सिंह की टीम को सांप दिया गया है व्हाट अपनी आंखों को छोटा करके अपनी आइब्रोज को सिड़क गीतिका ने रिएक्ट किया हां आ गी तू क्या बोल रहे हो तुम दोनों पागल हो गए हो यह हमारा काम है यह हमारा कवरेज है और इस पर जितनी भी न्यूज है जितने भी जितने भी सब कुछ एक पॉइंट टू पॉइंट हमने लिखा है हमने ढूंढा है हमने कवरेज किया इसका तो ब्रांचस सर ऐसा कैसे कर सकते हैं आई डोंट नो गीत हम दो दिन से य नहीं थे हम सुबह आए हैं और हमें यह न्यूज दी गई है और जो भी हमने कवरेज जो भी पॉइंट आउट किए थे वो सब चेंज कर दिए गए व्हाट इस बार गतिका और शौक हो गई और वह अपनी चेयर से उठ गई और अपने कदम दरवाजे की तरफ बढ़ाने लगी कहां जा रही है तू सूरज ने अपनी टूटे हुए हाथ को मोड़कर उसकी तरफ कहा मिस्टर सिंह से मिलने अपने गालों को लाल करते हुए गीतिका ने कहा गीतिका रुक जा अनु अपनी चेर से खड़ी हो गई और गीतिका का हाथ पकड़कर कहा नहीं नु यार ऐसा थोड़ी होता है यह हमारा काम है और य झूठ छापे सबको पता है यह झूठ बोलेगा पैसे लिए होंगे इसने सबसे और वही छपे जो वह लोग कहेंगे उन लोगों का क्या जिनकी जाने चली गई वहां जो जखमी हो गए हैं जो सीरियस है जो अपनी न जो अपनी सांसे गिन रहे आखरी मैं यह नहीं होने दूंगी गीतिका ने फिर से अन से अपना हाथ छुड़ा लिया और आगे बढ़ने की कोशिश की मगर अनने दोबारा उसे कोई फायदा नहीं है गीत कोई फायदा नहीं है अगर तुझे बात ही करनी है तो ब्रांच सर से कर उस टकले की मुंह क्या लगेगी तू वो बेहिस है उसके अंदर जरा सी भी वो नहीं है कि वो किस तरीके से औरतों से बात करें उसको मैं सब सिखा दूंगी और मुझे उसके तरीके की कोई जरूरत नहीं है ना ही मुझे उसके तरीके की चाहत है भाड़ में गया वो और भाड़ में गई उसकी दी गई इज्जत मैं नहीं उसे मान जा अनू प्लीज ठंडे दिमाग से काम ले ठंडी होकर सोच अब सूरज ने अनु से सॉरी गीतिका से कहा गीतिका का नाम लिया सूरज नहीं शायद मैंने य अन ना किया यह दोनों गीतिका को काम कराने की कोशिश कर रहे हैं अनू गीतिका का हाथ पकड़कर उसे वापस से उसकी चेयर पर बिठा देती है क्या यार मैं नहीं काम कर सकती ऐसे अपने चेहरे को दोनों हाथों में भरकर गीतिका ने कहा मैं नहीं काम कर पाऊंगी झूठ बोलू झूठ लिखू तो ठीक है सच बोलने में लोगों की चलती क्यों इतनी क्यों आग लग जाती है इनके बैक साइड में यह कहकर गीतिका फिर से अपना चेहरा पकड़कर अपनी चेयर पीछे की तरफ मोड़कर खड़ी हो गई उसकी नजर एक बॉक्स पर पड़ी और वह उस बॉक्स को बड़ी हैरानी से देखने लगी और उस बॉक्स की तरफ बढ़ गई उस बॉक्स को जब उसने खोला तो उसका कैमरा था उसके कैमरे के साथ-साथ उस कैमरे में डाली गई रील्स थी और व रील्स ठीक ठाक हालत में थी उसका कैमरा जो डैमेज हो गया था वो ठीक था हां उसके स्क्रैचेज थे टूटे को जोड़ने के निशान लेकिन वह ठीक था यहां गीतिका के चेहरे की रंगत फट से बदल गई यह तो टूट गया था व सूरज तूने कैसे जोड़ा इसे अपने चेहरे पर मुस्कान लेकर सूरज से गीतिका ने कहा सूरज ने गीतिका को हैरानी से देखा बिक उसे व कैमरा और बॉक्स दिख नहीं रहा था क्या मैंने कुछ नहीं किया सूरज ने अपने कंधे ऊपर करके उसकी बात का जवाब दिया किस चीज की बात कर रहे हो तुम दोनों नेहा अनजान लगते हुए लाचार नजर आई क्योंकि उसको कुछ पता नहीं था इस चीज के बारे में कुछ नहीं वो कुछ नहीं यह मेरा कैमरा डैमेज हो गया था वहां जब इसको तुम्हारी स्क्वाड्रन लीडर ने हर्ट किया था कम ऑन गीतू कड लीडर ने मुझे बचाया है अगेन सूरज ने अपने कंधे उचका आए और गीतिका की बात का जवाब दिया हां हां ठीक है और वो अपना कैमरे वाला बॉक्स लेकर वापस अपनी सीट पर आकर बैठ जाती है और उसे पूरा खोलने लगती है चेक करने लगती है और बहुत खुश होती है बिकॉज उसमें जो वर्क था वह इसके पास वापस आ गया है और यह बहुत बड़ा एडवांटेज है उसके लिए क्योंकि अब वह यह साबित कर सकती है कि जो मिस्टर सिंह खबर छापे वह किस तरह से गलत है और वह जो कह रही है उसकी जो पॉइंट आउट है उसने जो कवरेज की है वो कैसे ठीक है तस्वीरें सच बोला करती हैं थैंक यू सूरज तभी तो मैं ने मैंने तुझे अपनी टीम में रखा है एक बहुत ही एक बहुत ही उम्दा वाला एक क्यूट सा वाला मुह बनाकर गका ने सूरज से कहा सूरज उठते हुए उसके करीब आया अरे यह तो वही कैमरा है ना जो उस फाइट में टूट गया था हां यह वही तो है तूने तो इसे ठीक किया ना नहीं यार मैंने नहीं ठीक किया इसको सूरज ने साफ इंकार कर दिया क्या सूरज के इंकार करते ही गीतिका के चेहरे पर अचंभित वाला भाव आ गया तूने नहीं ठीक किया फिर फय कैमरा यहां कैसे मैं तो मेरे से तो यह वही छूट गया था मुझे लगा तूने नहीं गीत मैं तो खुद अपने आप को नहीं उठा सकता था इस कैमरे को क्या उठाता सोच तू तो मुझे लेकर गई थी हॉस्पिटल हॉस्पिटल के बाद में वहां गया ही नहीं फिर य कैमरा यहां कैसे आया और इसकी सारी मेमोरी ओके हैं स्टोरेज इसका बिल्कुल ओके है सी माड इस बात ने गीतिका को हैरान कर दिया इतने में गीतिका का सेलफोन रिंग करने लगता है और उसकी कॉल उसकी स्क्रीन पर यह लिखा आता है कि यह ब्रांच का फोन है और बांच का नाम देखते ही गीतिका का मूड जो अभी हैप्पी हो गया था व वापस से उसी गुस्से वाले जोन में चलने लगता है हेलो या कम टू इन माय कबन ब्रांच ने गीतिका को अपनी कबि में बुलाया ओके सर अपनी भव को स कोड़ कर उसने फोन कट कर दिया और टेबल पर पटक दिया क्या हुआ हा ब्रांच सर ने बुलाया अपने केबिन में ओके जा अनू ने गीतिका से कहा और अपनी बात को आगे किया जा मगर ठंडे दिमाग से बात करना ठंडा वंडा गया भार में मुझे जैसे बात करनी है वैसे ही करूंगी यह कहते हुए गीतिका अपने कदम दरवाजे की तरफ ले गई और बाहर आ गई कबि से उसकी मुलाकात हुई ब्रांच से ब्रांच ने से उसने सीधे-सीधे कह दिया कि यह मेरी न्यूज है यह मेरे यह मेरे कवरेज है और जो आप मिस्टर सिंह से न्यूज छपवा रहे हैं लिखवा रहे हैं जो आप पब्लिश करवा रहे हैं वो सरासर झूठ है ब्रांच ने उसे समझाने की कोशिश की फिर उसने एक बात का जवाब दिया क्या फायदा है सर आपका क्या फायदा है यह न्यूज चैनल या फिर यह अखबार का ऑफिस चलाने का खबर चलाने का खबर लोगों तक पहुंचाने का ढोंग क्यों कर रहे हैं आप जब आप झूठ ही छाप रहे हैं जब आप झूठ ही सर्कुलेट कर रहे हैं तो क्या फायदा है मैं ऐसी जगह काम नहीं कर सकती सर आई एम सॉरी मैं आपसे इस तरह से बात कर रही हूं लेकिन मैं ऐसी जगह काम नहीं कर सकती जहां सच बोलने के लिए रोक दिया जाए जहां जो चीज उसके लिए बनी है आप उस चीज को नहीं अगर उस चीज को उसके लिए ही नहीं बना सकते यह सच बोलने का मंदिर है ना आपने ही तो कहा था एक बार सर फिर आप कैसे मुकर गए इस चीज से गीतिका बेटा मैंने तुम्हारी भलाई के लिए यह किया आप बात को समझो वो लोग बहुत बड़े लोग हैं बहुत ताकतवर हैं तो गीतिका ने निडरता से ब्रांच सर का जवाब दिया तो बड़े लोग हैं ताकतवर हैं तो क्या हमसे झूठ बुलवाएं सर नहीं सर मैं नहीं कर सकती और ना मैं ये होने दूंगी अगर आप मुझे सच नहीं छापने देंगे आप मुझे सच नहीं सर्कुलेट करने देंगे तो मैं य मिस्टर सिंह की खबर को चैलेंज कर दूंगी आईम सॉरी सर गीतिका की यह बात सुनकर ब्रांच सर सोच में आ गए और गीतिका यहां से चली गई वक्त आगे जाता है यह खबर थोड़ा सा पोज ले लेती है यह सिचुएशन थोड़ा सा पोज ले लेती है इस चीज को रोक दिया जाता है और ऑफिस में गीतिका का आना जाना है और व मेक शर कर रही है कि जो झूठ छापने की कोशिश कर रहे हैं मिस्टर सिंह वह ना छपे और वह रुका हुआ है क्योंकि ब्रांच सर अच्छे से जानते हैं गीतिका जो कह रही है वह कर भी देगी तो इसलिए उन्होंने इस चैनल सॉरी इस न्यूज को इस पॉइंट को पोस्ट पर डाल दिया है वक्त आगे जाता है और अब कल्पना हॉस्पिटल पहुंचती है हॉस्पिटल पहुंचने के बाद व डॉक्टर से बात करती है अम्मा की सारी सिचुएशन सारी कंडीशन को चेक किया जाता है और डॉक्टर कल्पना से कहते हैं ओके अब आप घर ले जा सकती हैं इन्हे कल्पना के चेहरे पर एक बहुत बड़ी स्माइल आ जाती है अभी बैट अमेज सब यही है बस सनाब नहीं है तभी इस रूम का गेट खुलता है और गीतिका अपने कदमों से अंदर आती है सबकी नजर गीतिका पर पड़ती है गीतिका सिर्फ अम्मा को देखती है और अम्मा को देखकर वो बहुत बड़ी स्माइल देती है और उस स्माइल को कल्पना कैप्चर कर लेती है कल्पना की नजरें गीतिका की उस स्माइल पर टिक जाती है और वो उसे देखती रहती है गीतिका के कदम आगे चलते हैं उसी की डायरेक्शन में कल्पना की नजरें भी चलती है गीतिका के वो खुले बाल नया नया सा सूट जि पर उसने चुन्नी नहीं ली है और वह तेजी में अम्मा की तरफ बढ़ रही है अम्मा के पास आते ही वह अम्मा अम्मा को गले लगा लेती है और अम्मा भी उसे उसी ही भाव से गले लगाती है जैसे वह कल्पना को लगाया करती है तू ठीक है बेटा मैं तुझसे बहुत नाराज हूं तू तू एक भी बार नहीं आया हा अम्मा ने गीतिका से शिकार की अम्मा आईम सॉरी व ऑफिस में कुछ कुछ इशू है इसलिए सॉरी गतिका ने य कहते हुए अपने कान पकड़ लिए और अमेज बैट अभी इसको बड़ी हैरानी से देख रहे हैं और कल्पना इसको अपनी स्नेह भरी निगाहों से देख रही है शायद उसे भी नहीं पता कि उसकी नजरों में स्नेह आ रहा है वरना वो उसे परमिशन देती क्या तो अब अम्मा को यह लोग घर के लिए लेकर आते हैं और रवि से कल्पना कहती है रवि के जो गाड़ी है उसमें कल्पना बैठेगी गीतिका और अम्मा बैठेंगे तो अम्मा के लिए कल्पना डोर ओपन करती है अम्मा को बहुत ही आराम से बिठा है गीतिका भी अम्मा का एक हाथ पकड़े हुए हैं और उसने भी अम्मा को हेल्प किया कार में बैठने के लिए तभी जो कल्पना दरवाजा खोले खड़ी है उसके उसने एक हाथ से अपना दरवाजा पकड़ रखा है आई मीन कार का दरवाजा पकड़ रखा है तो अम्मा को अंदर बिठाते हुए गीतिका भी उस दरवाजे पर अपना हाथ रख देती है और बस कोइंसिडेंट अब शुरू होने वाले तो गीतिका का हाथ सीधा कल्पना के हाथ पर पड़ता है और जैसे ऐसा लगता है गीतिका को जैसे उसे करंट लग गया हो वो फट से वहां से अपना हाथ हटा लेती है और अपना हाथ हटाते हुए कल्पना की तरफ देखती है कल्पना सिर्फ और सिर्फ अपनी अम्मा को देख रही है उसे नहीं देख रही यह देखते हुए गीतिका अपना मुंह थोड़ा सा तिरछा करती है पता नहीं क्या समझती है अपने आप को और ये हल्के से शब्द बड़बड़ा है क्या हुआ बेटा अम्मा यह शब्द सुनकर गीतिका से पूछ पड़ती है कुछ नहीं अमा कुछ नहीं गीतिका अपनी भव को स कोड़कर अम्मा की बात का जवाब देती है चलिए आप भी बैठ जाइए गीतिका से कल्पना कहती है सीधे सधे लज में और गीतिका को अम्मा भी कहती है बैठने के लिए तो वह अम्मा के बगल में पीछे वाली सीट पर बैठ जाती है और फट से दरवाजा बंद करती है और अपना मुंह बनाकर कहती है चल अभी बैठ जाइए थोड़ा प्यार से बोल देती है तो क्या हो जाता है कल्पना भी अपनी सीट पर बैठती है फट शिकार का डोर जो है वह क्लोज करती है वापस से अपना चश्मा अपनी आंखों पर लगाती है और अपनी गर्दन ऊंची करती है चलिए रवि गाड़ी स्टार्ट कीजिए जल्दी कीजिए टाइम वेस्ट मत कीजिए उसका यह डायलॉग सुनकर गीतिका ऐसे करके अपनी गर्दन ना में हिलाती है और धीरे से अम्मा के कान में बोलती है अमा क्या यह बचपन से ही या फिर बड़े होकर हुआ है गतिका की यह बात सुनकर अम्मा मुस्कुरा देती है और उसे एक हाथ पर हल्का सा टैप करती है कि चुप हो जा वना उसे टाइम नहीं लगेगा तुझे आसमान में उड़ाने में और यह लोग घर के लिए निकल जाते हैं गीतिका भी साथ में है कल्पना की कार में है और यह उसके घर जा रही है रास्ते भर में गीतिका कल्पना को मिरर में देखती देखती रहती है और उसके चेहरे की बनावट को अच्छे से ऑब्जर्व करती है कैसे उसके चेहरे का एक एक पॉइंट अच्छे से बनाया गया है किस तरह एक एक एंगल साफ नजर आता है उसके चेहरे का और यह देखते देखते वो अपने मन में कहती है स् गर्डन लीडर को बनाया भी ऊपर वाले ने बिल्कुल पॉइंट टू पॉइंट ऐसा लग रहा है जैसे बनाने से पहले पॉइंट टू पॉइंट कार्डबोर्ड पर बनाया है कि यह पॉइंट यहां जाएगा यह पॉइंट वहा जाएगा फिर वहां जाएगा कि का यह बोल तो रही है अपने मन में लेकिन हरकत उसकी गर्दन में हो रही है बहुत पॉइंट टू पॉइंट बनाया इसको तभी इतना इतराती है तभी तो अपने चेहरे पर क्या इतना घमंड [संगीत] करना चेहरा तो मेरा भी बहुत अच्छा है यह कहते हुए गीतिका की नजरें कल्पना की गर्दन पर पड़ जाती हैं जो बिल्कुल सुराही की तरह है हां गर्दन भी बिल्कुल सुराही है इसकी जैसा अन्नू ने कहा था मतलब सूरज क्या सही कह रहा था कि वो सॉन्ग किसी ने इसके लिए ही गाया यह कहते हुए वह अपना हाथ अपनी गर्दन पर ले जाती है वैसे मेरी गर्दन भी ठीक ठाक है पर मेरे लिए क्यों गाएगी मुझे तो देखती भी नहीं यह अपने मन में कहते हुए एक मुंह उतार लेती है गीतिका और नीचे नजरें कर लेती है तभी रेड लाइट का स्टॉपेज टाइम आ जाता है क्या हुआ रवि साहब धीरे से रोका करिए कितनी बार मैंने कहा है आपसे ऐसे ब्रेक मत ल या करिए इतने दिन से गाड़ी चला रहे हैं आप फिर भी य गलती करते रहते हैं बड़े ही सॉफ्ट अंदाज में कल्पना ने रवि से कहा और अपना चश्मा जो है उतार रहा अपना चश्मा उतार के जब उसने सामने वाले मिरर में देखा तो गीतिका वैसे ही मुंह बनाकर अपना चेहरा नीचे झुकाई हुई थी और कुछ बड़बड़ा रही थी यह देखकर कल्पना अपने मन में मुस्कुरा दी क्या यह पागल सच में य पागल औरत है ब्रेनलेस तो है ही पागल भी है ना समझ भी है किस तरह से मुंह बनाया हुआ है और क्यों बनाया हुआ है अब कोई इनसे पूछे लेकिन कौन पूछने जाए कौन अपनी एनर्जी वेस्ट करने जाए इन पर यह कहते हुए कल्पना वहीं हार मान जाती है और अपना चश्मा वापस से अपने चेहरे पर लगा लेती है स्टॉपेज टाइम पूरा हो जाता है और यह लोग घर पहुंच जाते हैं घर पहुंचने के बाद फटाफट से कल्पना अपनी सीट से उतरती है और गीतिका के साइड वाला दरवाजा खोलती है लेकिन कुछ कहती नहीं और ना गीतिका को देखती है गीतिका पहले उतरती है फिर अम्मा का एक हाथ पकड़कर उन्हें सहारा देकर गाड़ी से उतारती है और कल्पना अपने दूसरे हाथ से अम्मा का हाथ पकड़कर वो डोर ओपन सॉरी बंद कर देती है और यह दोनों एक एक साइड से अम्मा को पकड़कर अंदर घर लेकर जा में लेकर जाते हैं और अम्मा को वहां लिविंग रूम के सोफे पर बिठा देते हैं बहुत ही प्यार से गीतिका फट से अम्मा के लिए एक गिलास पानी लेकर आती है अंदर से और अम्मा को देती है कल्पना अम्मा के बगल में बैठे हुए अपना चश्मा लगाए हुए देखती है अच्छा तो यह आता है अच्छी बात है और गीतिका के इस एक्शन से व इंप्रेस हो जाती है फिर गतिका अम्मा से पूछती है अम्मा कुछ चाहिए और कुछ चाय बनाओ आप चाय पिएंगे नहीं बेटा आराम करो आराम ही तो करते हैं ना आराम ही मैं करते आई हूं आप चाय पिएंगे ना ठीक है बेटा बना ले अमा इसके गाल पर हाथ रखकर इसको बोल देती है बनाने के लिए और यह चाय तो बनाने चली जाती है मगर इसको यह नहीं पता कि चीजें कहां है और दूध है इन शॉर्ट किचन का इसको भी सीडी मालूम नहीं है जियोग्राफी मालूम नहीं है तो गीतिका तो चली जाती है अब अम्मा कहती अरे बेटा तुझे कुछ मालूम नहीं है तू कैसे बनाएगी रुक में आती हूं यह कहते हुए अम्मा खड़ी होना चाहती है मगर उनका हाथ पकड़कर कल्पना उन्हें नीचे बिठा देती आप चुपचाप यहां बैठे र खबरदार जो आप यहां से हिली लेकिन बेटा उसे कुछ मालूम नहीं है चाय बनाएगी किसने कहा उन्हें किसने कहा चाय बनाने के लिए खुद गई है ना वो तो खुद देख लेंगी आप चुपचाप यहां बैठे रहिए कोई जरूरत नहीं है वहां जाने की बेटा लेकिन अच्छा ठीक है मां आप बैठिए मैं वहां जाती हूं उन्हें बताती हूं चाय की चीजें जो भी है वो उनको देती हूं आप यहां से हिलंग नहीं खबरदार जो आप यहां से हिले कल्पना अम्मा को इंस्ट्रक्शन देके वहां से उठती है और किचन की तरफ बढ़ती है जहां कि तिका पहले से मौजूद है तो इन दोनों को यही रोकते हैं पॉज कर देते हैं
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