Wings of Destiny part
यह रात गहरी ऊपर से ये बर्फीली हवाएं जो बर्फ के साथ हैं ऊपर से ये कर्फ्यू ऊपर से ये लाइट का गुम हो जाना हाय अजीब कहर है कल्पना के सो जाने कहने पर गीतिका कूदकर इस विंटेज हीटर के पास चली जाती है और वहां जाकर वह कल्पना को अपनी जीप से चढ़ाने लगती है जैसे एक छोटा बच्चा दूसरे बच्चे को चढ़ाता है अब मैं इनका क्या करूं और कैसे करूं कल्पना ने यह कहकर अपने माथे को टैप किया और अपनी आवाज को थोड़ा ऊंचा किया गीतिका के समक्ष अब आपको ठंड नहीं लग रही हां ब्रेनलेस औरत इधर आइए चलिए इधर आइए टाइम वेस्ट मत करिए गीतिका ने अपने होठों के धनुष को टेढ़ कर दिया कल्पना के जवाब में और उसे चिढ़ाने के लिए कूदने लगी मगर कल्पना उसके चेहरे को देखकर मुस्कुरा दी या हस दी थोड़ा सा मुस्कुराहट जब थोड़ी बड़ी हो जाती है तो हंसी में बदल जाती है और फिर से कल्पना ने अपने वर्ड्स कहे देखिए अब मैं कुछ नहीं करूंगी अगर सिमटम्स दोबारा उभरे तो समझ जाइए आप चलिए जल्दी यहां आइए कल्पना ने फिर से कंबल का एक छोर खोलकर गीतिका को अपनी बाह में पुकारा मतलब उस साइड आने के लिए कहा नहीं मैं नहीं आऊंगी आप अब मैं सूरज और अनु से बताऊंगी के उनकी स्क्वाड्रन लीडर मेरे डिंपल पर मरती है और इस गर्दन को वो दोनों सुराही कहते हैं व गन वाली को मेरी गर्दन पसंद है उसकी निगाहे मेरी चेहरे पर अटकती हैं फिर वह दोनों मुझसे जलेंगे जैसे मैं उनसे जला करती हूं अपनी बात पूरी करके गीतिका वहां अपनी जगह पर खड़े खड़े ही घूमने लगी कल्पना उसे देखकर अपनी गर्दन को झुकाकर मुस्कुरा रही कल्पना की य हंसी पहली बार थी जो गीतिका के समक्ष तो थी लेकिन गीतिका उसे देख नहीं रही थी कल्पना की आंखों में कुछ अलग चमक थी मुस्कुराते हुए सामने गीतिका घूमते घूमते नाचने लगती थी बस अपने हाथों को हवा में लहराकर अपने पैरों को सरकल में घुमाने लगी जैसे कोई सूफी सॉन्ग बज रहा हो और वो उस सूफी सॉन्ग पर अपने पैरों के साथ अपने हाथों को लहरा रही हो बस वैसा ही कुछ उसे ऐसे स्टेप्स के साथ देखकर कल्पना के मुस्कुराते होठ केंद्रित हो गए और उसकी आंखें जैसे रुक सी गई गीतिका पर वो गीतिका को ऐसे नाचते हुए देख कहीं खोसी गई और उसके चेहरे के भाव बिल्कुल अलग हो गए जैसे हम किसी ऐसी चीज या ऐसे इंसान के बारे में सोच लेते हैं फील कर लेते हैं जिसे हम खो चुके या फिर वह कभी हमारा हुआ ही नहीं हमने उसे कभी पाया ही नहीं बस इसी भाव को कल्पना का चेहरा पकड़े हुआ था गीतिका के इन अनस्टेबल मूव को देखते देख देखते किसी और टाइमलाइन में चली गई कल्पना जैसे तभी उसके खोए हुए भाव में खलल पड़ता है जब उसके कानों में जोर से कुछ गिरने की आवाज आती है उस आवाज के साथ-साथ ही कल्पना अपने आप को प्रेजेंट में लेकर आती है और अपने चेहरे को उस दिशा पर करती है जहां गीतिका थी गीतिका कल्पना के मुख से गीतिका का नाम पहली बार निकला और वक्त देखिए गीतिका को यह पता ही नहीं है वो गीतिका का नाम चिल्लाते हुए फट से बैट से उतर जाती है और गीतिका की तरफ दौड़ जाती है आप आप ठीक है ना हां क्या करती हैं आप कब से कह रही हूं कब से कह रही हूं ना आपसे कि चुपचाप सोइए चुपचाप आइए यह कहते हुए कल्पना ने गीतिका को कंधों से पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया आर य ओके ब्रेनलेस इस बार कल्पना ने अपने सीधे हाथ की हथेली से गीतिका के गाल को सहला और सहला हुए पूछा कल्पना के हाथ का स्पर्श गीतिका को इस नशे में भी छू सा गया उसने अपनी नजरें कल्पना की नजरों में छोड़ दी मैं आपसे पूछ रही हूं ठीक है ना आप बनाने उसी सॉफ्ट भाव को पकड़ते हुए फिर से गीतिका से पूछा पांडा यह कहते हुए गीतिका ने अपनी उंगली से कल्पना की नोज को टैप किया नोटंकी बा कल्पना ने यह कहकर अपनी गर्दन को ना में हिलाया और आगे कहा चलिए बैग पर चलिए उठिए फिर से जलना शुरू हो गई है आप आपको बात नहीं समझ आ रही है हा चलिए उठिए टाइम वेस्ट मत कीजिए यह कहकर कल्पना उठी और अपने हाथों को गीतिका के कंधे सहित उठाया मगर गीतिका उठने को राजी ही नहीं नहीं मुझे गोद में जाना है उसने एक छोटे बच्चे की तरह मुंह बनाकर अपनी खवाहिश रखी क्या कल्पना ने अपनी अब्र को सिको कर [संगीत] कहा पांडा पांडा मुझे गोद में उठाओ मुझे गोद में जाना है गीतिका ने दोनों हाथों को कल्पना की तरफ कर दिया उठाकर यह करते हुए गीतिका बहुत बहुत क्यूट नजर आई आ बेवड़ का कुछ नहीं किया जा सकता हम मगर ये ये बहुत क्यूट बे बड़ी है ओ ब्रेन लेस औरत यह कहकर कल्पना ने मुस्कुराते हुए अपने आप को नीचे की तरफ झुकाया और अपने एक हाथ से गीतिका की कमर को पकड़ा और दूसरे से उसके हाथ को पकड़कर उसे फट से अपनी बाहों में अपनी गोद में उठा लिया वाओ पांडा पांडा में तो बहुत पावर है| गीतिका ने अपनी नोज को कल्पना की चिन से लगा दिया यह कहते हुए हां बहुत पावर है इतनी कि आपको नीचे फेंक सकती है और अगर अपनी नोज आपने नहीं हटाई तो मैं फेंक भी दूंगी आपको अपने कदमों के साथ-साथ अपने लफ्जों को भी कल्पना ने आगे किया रोज पांडा गतिका के लफ चुप चुप करिए कितना बोलती है आप हा लगता है कि पूरा का पूरा कर्फ्यू मुझ पर ही लगा हुआ है यह कहकर कल्पना ने गीतिका को वापस उसकी जगह पर लिटाया जहां वह पहले लेटी हुई थी कल्पना खुद खड़ी हो गई उठना नहीं अपनी जगह से मैं अभी लकड़ियां सेट करके आती हूं ओके कल्पना ने गीतिका को उंगली से पॉइंट करते हुए ऑर्डर दिया लड़कियां सेट करने जा रही हैं आप कितनी लड़कियां चाहिए आपको यह सुनकर कल्पना वापस मुड़ी और वापस से अपने आप को लाचार पाते हुए कहा क्या कहां फस गई मैं कहां अपनी बात को कहकर कल्पना ने गीतिका की इंडेक्स फिंगर को पकड़ा और उसके होठों पर रखा मैं मेरे आने तक जब तक मैं यहां ना ह इसे हटाना नहीं बिल्कुल भी नहीं यह कहकर कल्पना ने उसे चुप रहने का ऑर्डर दिया और अपने आप को पीछे किया और अपने कदमों को वह जलती हुई लकड़ियों के पास करती चली गई और फिर उस आग में कुछ लकड़ियां डालकर सजाई कल्पना उठकर इधर की तरफ आई और देखा गीतिका चुपचाप अपने होठों पर उंगली रखे लेटे लेटे उसकी तरफ ही देख रही थी उन लकड़ियों ने फट से आग पकड़ ली और आग ने रोशनी को बढ़ा सा दिया कल्पना दूसरे साइड वाली बेड पर आ गई और अपनी लेफ्ट साइड पर झुकी और ब्लैंकेट से गीतिका को कवर किया यह करते हुए कल्पना का चेहरा बहुत करीब हुआ गीतिका के पांडा तो बहुत क्यूट होता है गीतिका ने यह फिंगर रखे रखे ही कहा अपने होठों से क्या क्या कहा आपने गीतिका ने फिंगर की तरफ इशारा किया कल्पना के पूछने पर ओके हटा सकती है अभी फिंगर गीतिका ने वो फिंगर हटा ली पांडा तो बहुत क्यूट होता है ना और वो इतना मोटा भी तो होता है|
मिलता ही नहीं है अपनी जगह से और आप तो कितना तेज भाग भागती है नहीं नहीं नहीं नहीं आप भागती नहीं है आप तो उड़ती है और आपको उड़ता देखकर लोग उड़ जाते [संगीत] हैं मोटी तो आपकी नाक नाक भी नहीं है तो आप कहां से होंगी आप क्यूट भी नहीं हो बिल्कुल भी कल्पना गीतिका की बातों पर सिर्फ मुस्कुराई और अपने बैक को पीछे किया बैठ के सहाने से लगा दिया सो जाइए ब्रेनलेस बहुत रात हो गई सो जाइए कल्पना ने धीरे से कहा नहीं आप क्यूट बिल्कुल नहीं हो गीतिका ये कहते ही उठकर बैठ गई कल्पना की गोद में और अपने दोनों पैरों को उसने दोनों साइड कर लिया उसके इस हरकत पर कल्पना थोड़ा सा चुड़ती हुई नजर आई क्या कर रही हैं आप हां अरे भाई बहुत भारी है आप कितनी बार उठाऊं मैं आपको मेरे बाजुओ में पेन होने लगेगा चुप चुप गीतिका अब अपने जो उसने फिंगर अपने होठों पर रखी थी उसने उसी फिंगर को कल्पना के होठों पर रखकर उसे चुप करवा दिया और अपनी बात को आगे किया आपके बाजू में दर्द होगा आप तो किसी को भी कहीं भी दर्द कर करवा सकती है ना आप क्यूट नहीं हो आप बहुत बहुत बहुत क्यूट हो नहीं आप क्यूट नहीं हो आप खूबसूरत हो बहुत खूबसूरत बहुत अरे बाबा ठीक है जो आप कह रही हैं मैं वही हूं अब आप नीचे उतरेंगी कल्पना ने गीतिका की बैग को पकड़ते हुए कहा और इन दोनों ने एक दूसरे की आंखों में देखा बिल्कुल नहीं पहले आप मुझे इतना कहकर गीतिका रुक गई पहले क्या कल्पना ने पूछा मुझे किस करो गीतिका यह कहकर अपनी गर्दन को थोड़ा सा झटक दि है क्या आप पागल हो गई है चलिए नीचे उतर चलिए आप होश में नहीं है नीचे उतर कल्पना ने अपनी आंखों को मलका हुए उससे कहा और अप ने हाथों से उसे इशारा किया नीचे उतरने का काना बिल्कुल नहीं मैं नीचे नहीं उतरूंगा प्लीज एक छोटे बच्चे की तरह जिद करती हुई नजर आएगी दिका जैसे बिल्कुल एक अभी अभी जिसने बोलना अभी अभी जिसने जिद कर सीखा हो वैसे ही क्या बचपना है यह आप छोटी बच्ची है हां किसने कहा था पूरी बोतल खाली करने के लिए जब चढ़ जाती है इतनी तो किसने कहा था पूरी बोतल पीने के लिए हा कल्पना थोड़ा सा आवाज ऊंची करते हुए उसे डाट जैसे डांटते हैं वैसे रिएक्ट करती नजर आई आपने आपने कहा था ना पीने के लिए तो मैंने पी मैंने पानी पीने के लिए कहा था और पानी और वाइन में आपको फर्क नहीं नजर आया इसलिए मैं आपको प्रेस कहती हूं इसलिए पांडा इससे बहस करना बेकार है तो क्या कर रही है अपने आप से बात करते हुए कल्पना हसी मुझे किस चाहिए किस चाहिए बोला ना मैंने मुझे किस चाहिए ठीक है ठीक है ओके इतना कह के कल्पना थोड़ी सी परेशान नजर आई और थोड़ा सा खामोश हुई कुछ सेकंड बाद उसने कहा चलिए गाल आगे कीजिए जब कल्पना ने यह कहा तो उसके रोए में कुछ कुछ फील हुआ उसे खुद उसकी इस बात पर गीतिका ने अपना राइट गाल आगे कर दिया कल्पना उसके गालों को निहारती नजर आई क्योंकि ये वही गाल है जहां उसने चाबी का निशान बनाया हुआ है और वह निशान साफ-साफ अभी भी नजर आ रहा है कल्पना ने अपने होठों से होठों को उस निशान पर रख दिया और हल्का सा गीतिका के गाल को छू लिया बस हो गया चलिए हटिए नीचे उतर है कल्पना ने जल्दी जल्दी कहा कल्पना ने ये कहा ही था जितनी जल्दी उतनी जल्दी गरिका ने लेफ्ट साइड अपना चेहरा घुमा दिया और कल्पना के सामने अब उसका लेफ्ट गाल आ गया कल्पना ने एक लंबी सांस भरी और फिर से उसने अपने लबों को उसके गाल पर रखकर उसके गालों को छू सा लिया बस छू सा लिया गीतिका ने उससे पहले फिर अपनी चिन्ह को ऊपर की तरफ उठा दिया क्या करूं मैं इस औरत का कल्पना हल्के से कहते हुए मुस्कुराती नजर आई जब उसने देखा कि गीतिका ने अपनी चिन को आगे कर दिया है |
कल्पना ने फिर से गीतिका के चिन्ह पर अपने होठ हल्के से टच किए इस बार गीतिका ने अपना माथा नीचे झुका दिया जिससे कल्पना की आंखों के सामने उसका माथा आ गया और कल्पना ने अपना चेहरा हल्का सा ऊपर उठाया अपने होठों को और उसने ग के माथे को चूम लिया जब यह चुंबन पूरा हुआ गीतिका ने अपना चेहरा ऊपर उठाना शुरू किया और कल्पना ने नीचे लाना शुरू किया जब तक एक दूसरे के सामने आते और यह सफर तय करते कल्पना की निगाहे गीतिका के होठों पर बखूबी अटकी नजर आई आप आप आपको सब आता होगा स्क्वाड्रन लीडर मगर केस करना नहीं आता नहीं आता मैं बताऊं कैसे किस करते हैं गीतिका ने यह कहते हुए ही कहते कहते ही कल्पना के चेहरे को अपने दोनों हाथों में पकड़ लिया और अपने सामने ठीक सामने सामने करके अपनी नशीली आंखों से ही कल्पना को बखूबी देखा कल्पना के चेहरे के करीब जाकर उसने सबसे पहले कल्पना के दोनों गालों पर जोरदार किस किया फिर चिन को उसने जोर से चूम लिया और माथे को उसने अपनी नोज से रकड़ करर अपने होठों से चूमा उसकी इस एक्शन से कल्पना की आंखें बंद हो गई और गीदी का की आंखें अब ढ पने लगी थी आप मुझे बहुत बहुत अच्छे लगते हैं पांडे जी बहुत गीतिका ने ठीक सामने से देखते हुए|
कल्पना को देखकर कहा उसकी आंखों में तो नहीं देख सकती थी बिकॉज कल्पना ने अपनी आंखों को बंद कर लिया था वो उन बंद आंखों को ही देखकर कहती है और यह दोनों थोड़ी देर के लिए खामोश हो गए गीतिका अभी होश में ना होने के बावजूद कल्पना के होठों की तरफ बढ़ती नजर आती है कल्पना ने तो आंखें पहले से ही बंद कर रखी हैं मगर वह गीतिका को रोकती [संगीत] नहीं थोड़ी देर बाद जब गीतिका की कोई हरकत नहीं होती तो कल्पना अपनी आंखों को खोलकर मुस्कुरा देती है सामने देखती है तो कोई नहीं है क्योंकि गीतिका का चेहरा अब कल्पना के कंधे पर आ चुका है उसकी आंखें ढब ढब बंद हो गई है उसकी इस हरकत पर कल्पना मुस्कुराती है उसकी मुस्कुराहट बड़ी हो जाती है वह हंसती है और गीतिका को अपने दोनों हाथों में घेर लेती है जिसने उसे गीतिका को अभी तक अभी तक पकड़ा हुआ था कल्पना धीरे से सरकते हुए गीतिका को अच्छे से बेड पर लिटा देती है उसके सर के नीचे सिरहाना लगा देती है पागल औरत आप मुझसे जितना दूर रहे तना आपके लिए अच्छा है और बहुत अच्छा है यह कहकर कल्पना ने अपनी गर्दन को ना में हिलाया बड़ी बेबसी के साथ और वह परेशान होती नजर आई शायद यह परेशानी उसकी अपने लिए नहीं थी गीतिका को ब्लैंकेट से उसने अच्छे से कवर कर दिया और खुद भी दूसरी तकिया लेकर उसके बगल में अच्छे से लेट गई भी अब उ बासिया आने लगी थी व तो थक चुकी है ना उसने वही ब्लैंकेट अपने ऊपर भी किया और अपनी आंखें बंद की या बंद करने की कोशिश करनी चाहि मगर इसके उल्टा ही हुआ उसकी आंखें बंद होने की बजाय खुल स गई और खुली भी तो डायग्राम अपना बड़ा कर दिया गीतिका ने अपने आप को कल्पना के करीब कर लिया था कल्पना के पेट पर उसने अपना हाथ रख दिया था जो उसकी आंखें बड़ी और खुल जाने का कारण थी और अपने सर को गीतिका ने कल्पना के कंधे पर रख दिया था जब गीतिका ने अपने चेहरे को ठीक कल्पना के कंधे पर किया तो गीतिका के लबों से कुछ लब बुदबुदा आए जो कल्पना के कानों ने साफसाफ सुने और उसके चेहरे की रंगत बदल गई जिस कंधे पर गीतिका का सर था उसी हाथ से कल्पना ने गीतिका के सर को पकड़कर सहला दिया अच्छा है कि आप नशे में है और सीख जाएंगे आप सब सीख जाएंगे बहुत समझदार है आप बहुत समझदार है आप मिस गीतिका चौहान गुड नाइट गुड नाइट माय ब्रेनली सत कल्पना ने यह लफ्ज बहुत धीरे और बहुत उदासी से कहे यह कहते हुए कल्पना ने भी अपनी आंखें बंद की और यह दोनों नींद की आगोश में खो ग पहले ही यह रात बहुत आगे चली गई थी उसके बाद जब यह दोनों सो से गए तो इस रात ने रफ्तार पकड़ ली सुबह की किरण इनके कमरे में झांकने लगी लाइट का भी कोई अता पता नहीं था जलती हुई लकड़ियां अपनी बुझ जाने की कगार पर थी लेकिन हां इस कमरे का तापमान बहुत अच्छा था तभी कल्पना के सेल फोन पर एक नोटिफिकेशन केशन पपप हो जाता है इसकी आवाज उसे हल्का सा जगा जाती है और उसकी नींद खुल जाती है वह अपनी आंखों को मलका हुए खिड़की की तरफ देखती है तो पाती है कि बर्फ बारी तो नहीं है हां उजाला भी है हां धूप ने अभी प्रॉपर अपना रूप दिखाया नहीं है कल्पना हल्के से अपने उस हाथ को गीतिका के सर से निकालती है जो रात को गीतिका ने अपने सर के सुपुर्द कर दिया था कल्पना हल्का सा अपने आप को पीछे करती है और अपने आप को ब्लैंकेट से निकाल लेती है पीछे पलट है तो गीतिका का मासूम चेहरा उसकी निगाहों के आगे होता है उसे हर चीज हर चीज याद आ जाती है पिछली रात की जैसे कोई फिल्म चला दी हो प्रोजेक्टर में लगाकर खट खट खट खट खटखट और सारी तस्वीरें इसकी नजरों के सामने वन बाय वन आने लगती है उन सब से यह अपने आप को निकाल लेती है अपनी गर्दन को झटक कर और अपना चेहरा अपना रुक फोन पर करती है फोन उठाती है तो नोटिफिकेशन दिखता है वाह रात भर नेटवर्क नहीं था सुबह सुबह मुझे जगाने के लिए नेटवर्क भी प्रकट हो गया व उस नोटिफिकेशन को ऑन करती है नोटिफिकेशन किसी और का नहीं है दूर भास इतनी सुबह दरस ने मुझे इतनी सुबह क्यों मैसेज किया कल्पना उस मैसेज को ओपन करती है उसके लिए कोई मैसेज है उस मैसेज में भी कोई मैसेज है जब कल्पना उस मैसेज को पढ़ती है तो उसके चेहरे का भाव गुस्से में बदल जाता है क्रोध में बदल जाता है वह फट से अपनी जगह पर खड़ी होती है और खिड़की की तरफ जाती है खिड़की की आप बाहर देखती है उसे कोई नजर नहीं आता यहां तो कोई नहीं है मैं इसे नहीं छोडूंगी हरगिज नहीं छोडूंगी कपना फटाफट से अपनी चीजें कलेक्ट करती है गीतिका की तरफ देखती है अपने कदम गीतिका की ओर बढ़ाती है उसके पास बैठती है उसके ब्लैंकेट को अच्छे से कवर कर देती है मैं जानती हूं कि इस तरह आपको छोड़कर जाना ठीक नहीं लेकिन मैं क्या करूं शायद मेरा इस तरह जाना ही आपको मुझे आपको मुझसे दूर लेकर जाए अपना ख्याल रखना बेलेस यह कहकर गीतिका अपने सॉरी कल्पना अपने चेहरे को गीतिका पर बढ़ाती है और गीतिका के माथे को हल्के से प्रॉपर इस बार प्रॉपर चूमती है उसकी आंखें नम हो जाती है वह अपने हाथ से गीतिका की गाल को सलाती है और उसका अंगूठा उसका थम अगेन दोबारा से गीतिका के के चेहरे पर जो पहरेदार है उसका चिन्न पर उस पर जाता है और वो उस जगह को सहलाने लगता है अपना ख्याल रखना इसकी दिखा [संगीत] जहान कल्पना यह कहती है और अपने सार स्टफ अपनी तरफ मतलब अपने पास लेती है अपनी जैकेट पहनती है जैकेट पहनू या इनके लिए छोड़ द और वो जैकेट उतार कर गतिका के सिरहाने रख देती है अपना सेलफोन उठाती है और यहां से निकल जाती है नीचे अपने कदमों को सीढ़ियों पर बहुत तेज करती है मिस मेरे रूम में एक गर्ल है उनको उनका ख्याल रखना वो उठेंगी तो उन्हें किसी चीज के लिए टोकना नहीं जो भी बिल है व मुझे दीजिए तो कल्पना यहां सब कुछ पे आउट कर देती है और इन् इंस्ट्रक्शन दे देती है कि गीतिका से कुछ ना कहा जाए और कल्पना अपने कदमों को बाहर कर देती है अपनी कार स्टार्ट करती है और यहां से निकल जाती है तो बस आज के लिए मैं इतना ही रखती हूं बाकी क्या होगा क्या नहीं क्या कल्पना को इस तरह गीतिका को छोड़कर जाना ठीक था
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